दानरो नदी में पड़े कचरे पर एक पाठक का कमेंट:कचरा नदी में नहीं, योजना में बह रहा है!

Location: Garhwa


गढ़वा नगर परिषद क्षेत्र के दानरो नदी का नजारा कुछ यूं है कि यहां नदी को साफ करने की बजाय उसे ही कचरे का ठिकाना बना दिया गया है। ट्रीटमेंट प्लांट के नाम पर नदी के बीचों-बीच कचरे का ढेर रखा गया है। देखने पर ऐसा लगता है मानो बारिश का इंतजार हो रहा हो, ताकि सारा कचरा बह जाए और कंपनी का खर्च भी बच जाए।

अब सवाल उठता है—क्या इसे कचरा मुक्त करना कहा जाएगा या कचरा युक्त बनाना? फिलहाल तो यही लगता है कि नदी सफाई नहीं, बजट बचाओ योजना की भेंट चढ़ गई है। जिम्मेदारों को इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है, वरना गंदगी सिर्फ नदी में नहीं, पूरे सिस्टम में बहती रहेगी।


Loading

आपकी राय महत्वपूर्ण है!

इस समाचार पर आपकी क्या राय है? कृपया हमारे लेख को लाइक या डिसलाइक बटन से रेट करें और अपनी प्रतिक्रिया कमेंट सेक्शन में साझा करें। आपके विचार और सुझाव हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और हमें बेहतर सेवा देने में मदद करेंगे। धन्यवाद!

  • Vivekanand Upadhyay

    Location: Garhwa Vivekanand Updhyay is the Chief editor in AapKiKhabar news channel operating from Garhwa.

    Reactions about this news

    News You may have Missed

    छह माह बाद भी हार नहीं पचा पा रही झामुमो, गढ़वा विधायक पर लगातार हमले

    छह माह बाद भी हार नहीं पचा पा रही झामुमो, गढ़वा विधायक पर लगातार हमले

    सीओ ने खरसोता में पैक्स गोदाम निर्माण के लिए स्थल का किया निरीक्षण, सीमांकन कराई गई सरकारी जमीन

    सीओ ने खरसोता में पैक्स गोदाम निर्माण के लिए स्थल का किया निरीक्षण, सीमांकन कराई गई सरकारी जमीन

    लोक अदालत में 32 मामलों का निष्पादन, 3.66 लाख रुपए राजस्व की वसूली

    लोक अदालत में 32 मामलों का निष्पादन, 3.66 लाख रुपए राजस्व की वसूली

    अरुणाचल प्रदेश केंद्रीय टीम ने किया नरही पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण

    अरुणाचल प्रदेश केंद्रीय टीम ने किया नरही पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण

    दूसरे दिन भी चिकित्सालय की जांच जारी

    दूसरे दिन भी चिकित्सालय की जांच जारी

    श्रीमद्भागवत कथा में किंकर जी महाराज नें भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन सुनाया।

    श्रीमद्भागवत कथा में किंकर जी महाराज नें भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला का वर्णन सुनाया।
    error: Content is protected !!