
Location: Garhwa
रांची: युवा आजसू के प्रदेश संयोजक सह केंद्रीय सचिव (ओबीसी एकता एवं अधिकार मंच) रविंद्र नाथ ठाकुर ने जातीय जनगणना कराने के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह मांग लंबे समय से की जा रही थी और अब केंद्र सरकार द्वारा इस पर मुहर लगाना वंचित समुदाय के सम्मान की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
ठाकुर ने कहा कि जातीय जनगणना से सटीक आंकड़े सामने आएंगे, जिससे वंचित समुदायों को उनके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक अधिकार मिल सकेंगे। उन्होंने बताया कि आजसू पार्टी प्रारंभ से ही सामाजिक न्याय की पक्षधर रही है और पिछड़े वर्गों के अधिकारों की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ती रही है।
उन्होंने कहा कि ओबीसी एकता एवं अधिकार मंच भी लगातार जातीय जनगणना की मांग करता आया है। वर्ष 1952 में आखिरी बार जातीय जनगणना हुई थी। 2011 में आर्थिक और सामाजिक जनगणना तो कराई गई, लेकिन उसके आंकड़े सार्वजनिक नहीं हो सके।
ठाकुर ने कहा कि आज भी कई जातियां गुमनामी और उपेक्षा का जीवन जी रही हैं। जातीय जनगणना से यह स्पष्ट हो सकेगा कि किन समुदायों को शिक्षा, स्वास्थ्य और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं की सबसे अधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह फैसला देश के हर नागरिक के लिए लाभकारी साबित होगा और सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।