
Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, भवनाथपुर नगरी में अहिल्याबाई होलकर के 300वें जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भवनाथपुर पंचायत की मुखिया बेबी देवी, विद्यालय प्रबंधन कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष अरविंद प्रताप सिंह सेंगर, कोषाध्यक्ष गौतम कुमार सोनी एवं प्रधानाचार्य शिव बालक प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
कार्यक्रम में आगंतुक अतिथियों का परिचय ऋतु दीदी ने दिया, जबकि स्वागत सहप्राचार्या रुपलता दीदी ने किया। विद्यालय के भैया-बहनों ने आदिति पाठक, पूर्णिमा सिंह एवं श्रीमती अंकित मिश्रा के निर्देशन में प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सभी माताओं का मन मोह लिया।
मातृ प्रेम और भावनाओं को उजागर करते हुए भैया-बहनों ने एकल गीत, सामूहिक गीत, नृत्य एवं नाटक की प्रस्तुति दी। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आधारित नाटक ने उपस्थित माताओं को भावुक कर दिया।
मुख्य अतिथि बेबी देवी ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों की देखभाल के साथ-साथ भारतीय संस्कृति को सुरक्षित रखना और उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना जगाना माताओं का प्रथम धर्म है। प्रधानाचार्य शिव बालक प्रसाद ने कहा कि निर्माणों के इस युग में चरित्र निर्माण को न भूलें। अभिभाविकाएं विद्यालय की एक मजबूत स्तंभ हैं और उनके सुझाव विद्यालय की प्रगति में अहम योगदान देते हैं।
अरविंद प्रताप सिंह सेंगर ने कहा कि पिता बच्चों की जरूरतें पूरी करने के लिए दिन-रात घर से बाहर काम करते हैं, लेकिन घर में माता ही होती हैं जो बच्चों को संस्कार व शिक्षा की ओर प्रेरित करती हैं।
कार्यक्रम के अंत में विभा दीदी ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। मंच संचालन कक्षा दसवीं की इच्छा गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर आचार्य राम इकबाल शर्मा, अजय कुमार, उज्जवल कुमार, योगेंद्र, चिरंजीवी, मनोज, पीयूष, धीरज, पुनीत, सुनीता, पूनम, पूजा, स्नेहा, सीमा, रीता, बेबी, रामदेव, विनोद, अशोक, राजीव, मुन्ना समेत बड़ी संख्या में बंधु-भगिनी उपस्थित थे।