
Location: Shree banshidhar nagar
बंशीधर नगर (गढ़वा):
सोमवार को भाजपा की ओर से मां नगीना शाही महिला महाविद्यालय में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती समारोह एवं ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. अंबेडकर, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से हुई। उपस्थित लोगों ने बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प दोहराया।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि डॉ. अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में 15 से 25 अप्रैल तक ‘सम्मान यात्रा’ निकाली जाएगी, जिसके तहत कार्यकर्ता गांव-गांव जाकर बाबा साहब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब को जीते-जी भारत रत्न नहीं मिला, जबकि भाजपा समर्थित बी.पी. सिंह सरकार ने उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया। केंद्र की मोदी सरकार दलित समाज और डॉ. अंबेडकर के विचारों को सम्मान देने का कार्य कर रही है।
शाही ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ पर बोलते हुए कहा कि लंबे इंतजार के बाद इस विधेयक को केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इससे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होंगे, जिससे नीति-निर्धारण में स्थिरता आएगी और चुनावी खर्च में कटौती होगी। उन्होंने बताया कि इस व्यवस्था पर विचार के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय समिति का गठन 2 सितंबर 2023 को किया गया था।
कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो, शारदा महेश प्रताप देव, राजीव रंजन तिवारी, मुकेश चौबे, प्रमोद शुक्ला, प्रकाश गुप्ता, अशोक सेठ, लवली आनंद समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, छात्राएं और शिक्षक उपस्थित थे।
रामचंद्र केशरी ने कहा – डॉ. अंबेडकर संतुलित समाज रचना के प्रेरक महामानव थे
इसी क्रम में पूर्व मंत्री सह भाजपा नेता रामचंद्र केशरी के चेचरिया स्थित आवासीय कार्यालय में भी अंबेडकर जयंती समारोह आयोजित हुआ। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर समाज सुधारक, विधिवेता, दार्शनिक, वैज्ञानिक और भारतीय संविधान के शिल्पकार थे। उनका जीवन दलितों को सामाजिक और आर्थिक अभिशाप से मुक्त करने के संकल्प का प्रतीक था।
शिवधारी राम ने अंबेडकर की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू में एक गरीब परिवार में हुआ था। उन्होंने विषम परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त कर भारत के समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त किया।
कार्यक्रम का संचालन विश्वनाथ भंडारी ने किया। मौके पर मथुरा राम, हीरा प्रसाद, सुनील प्रसाद, अरुण कुमार, सलीम अंसारी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।