Location: Garhwa
गढ़वा: सूरत पाण्डेय डिग्री कॉलेज, गढ़वा में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई (एनएसएस) द्वारा महाविद्यालय परिसर में संविधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भारतीय संविधान की विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं के बीच भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अभय कुमार ने प्रथम स्थान, नितीश कुमार चौबे ने द्वितीय स्थान और शोएब अंसारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य प्रो. निकलेश चौबे ने कहा, “भारत का संविधान नागरिकों को देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने का संदेश देता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा संविधान माना जाता है और किसी भी लोकतांत्रिक देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है।”
वर्ष 2015 में, भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था। कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो. कमलेश सिन्हा ने बताया कि एनएसएस इकाई महाविद्यालय में छात्रों के व्यक्तित्व के विकास और राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत करने के लिए नियमित रूप से कार्यक्रम आयोजित करती रही है। इसी कड़ी में संविधान दिवस का यह आयोजन किया गया।
प्रो. परवेज आलम ने कहा कि “संविधान के मौलिक अधिकार हमारी सुरक्षा की ढाल हैं, जबकि मौलिक कर्तव्यों के माध्यम से हमारी जिम्मेदारियों की याद दिलाई जाती है।” वहीं, डॉ. उमेश सहाय ने बताया कि संविधान को तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन का समय लगा था, और इसे 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था।
इस अवसर पर प्रो. रबिता शुक्ला, प्रो. आशिष उपाध्याय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में सुशील कुमार, चांदनी कुमारी, रविकांत चौधरी और प्रितमा केरकेट्टा जैसे प्रतिभागियों ने भी सक्रिय भागीदारी की।