Location: Ramana
रमना: बुधवार को झामुमो कार्यकर्ताओं की बैठक प्रखंड मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में केंद्र सरकार पर झारखंड की रॉयल्टी बकाया राशि को लेकर तीखी आलोचना की गई। कार्यकर्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार लंबे समय से एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये की बकाया राशि की मांग कर रही है, लेकिन केंद्र इसे नकार रहा है।
विवादित बयान की निंदा
वक्ताओं ने वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने संसद में कहा था कि झारखंड का केंद्र पर कोई बकाया नहीं है। उन्होंने इस बयान को दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस राशि की मांग को लेकर लगातार पत्राचार किया गया है।
खनिज संपदा के निर्यात पर रोक की चेतावनी
वक्ताओं ने कहा कि अगर केंद्र सरकार बकाया राशि का भुगतान नहीं करती, तो झारखंड से खनिज संपदा को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। उन्होंने भाजपा के सांसदों और नेताओं से भी अपील की कि वे इस मुद्दे पर राज्य का समर्थन करें, ताकि झारखंड के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख लोग
कार्यक्रम को कार्यकारी अध्यक्ष नागेंद्र कुमार सिंह, विशेश्वर मेहता, रामचंद्र राम, अनुज कुमार, रोहित वर्मा और मुन्ना प्रसाद ने संबोधित किया। इस मौके पर नरेश प्रसाद गुप्ता, सुभान अंसारी, निरुद्दीन अंसारी, मुन्ना पासवान, संतोष कुमार यादव, लालमन मेहता और राकेश सिंह समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।