Location: Ranka
रंका :तकरीबन एक दशक पूर्व तक रंका प्रखंड में अच्छी शैक्षणिक ब्यवस्था एवं बेहतर परिणाम के लिए प्रसिद्ध मध्य विद्यालय रबदा खुरा आज के दौर में विभागीय अधिकारियों की अदूरदर्शिता के वजह से अपने स्तित्व को बचाने की जंग लड़ रहा है. हरिजन आदिवासी अल्पसंख्यक एवं पिछड़े समुदाय की बहुलता वाले इस विद्यालय में कक्षा एक से आठवीं तक के तकरीबन तीन सौ छात्र -छात्राएं अपना भविष्य संवारने के लिए आती है इन छात्र छात्राओं के अभिभावक बड़े अरमान से अपने बच्चों को विद्यालय में भेजते हैं ताकि वे भविष्य में अपने पैरों पर खड़ा हो सके साथ ही उनके बुढ़ापे का सहारा बन सके मगर आज के दौर में सरकार एवं अधिकारी इन बातों से कोसो दूर सिर्फ विभागीय निर्देश एवं हनक दिखाने में अपनी शान समझते हैं तीन सौ छात्र छात्राओं के शैक्षणिक ब्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए वर्तमान में चार शिक्षक एवं एक पारा शिक्षक पदस्थापित हैं जिसमें विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रताप कुमार पाण्डेय एक माह पूर्व सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे जहां वे आज भी राजधानी के अस्पताल में इलाजरत हैं पिछले 24 जुलाई को अपने आवास से विद्यालय आने के क्रम में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 343 पर तेंतरिया मोड़ के समीप एक अज्ञात कार चालक ने उनकी मोटरसाइकिल में जोरदार टक्कर मारी दी थी जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे जहां वे आज भी आज भी चिकित्सकों की गहन निगरानी में इलाजरत हैं दूसरे शिक्षक चन्द्रभूषण प्रसाद गुप्ता को पिछले एक साल से जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में प्रतिनियोजित कर रखा गया है तीसरे शिक्षक विज्ञान शिक्षक रमेश कुमार मेहता को गैर शैक्षणिक कार्यों के अधिभार से परेशान एवं त्राहिमाम कर रहे हैं अब बंचे एक शिक्षक और एक पारा शिक्षक दोनों शिक्षकों के कंधे पर तीन सौ छात्रों के शिक्षण ब्यवस्था का भार है अब दोनों शिक्षक छात्रों के विद्यालयीय गतिविधियों का निबटारा कराने के बाद शिक्षण कार्य में लगते हैं आठ कमरों में बैठे छात्रों को किसी तरह पढ़ाई कराते होंगे स्वयं समझा जा सकता है उपर से अभिभावकों के अलावा विभागीय स्तर पर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा दिए जाने जाने का हरदम दबाव बनाया जाता रहा है ऐसे में शैक्षणिक स्तर पर पिछड़े इस इलाके के नौनिहालों का भविष्य कहां जा रहा है इस तरह की पढ़ाई से कैसे वे अपने सपने पूरे कर पाएंगे स्वत: समझा जा सकता है मगर विभागीय अधिकारियों को इस बिषय में सोचने की फुर्सत नहीं है। इस बावत पूछे जाने पर क्षेत्रीय शिक्षा पदाधिकारी रंभा चौबे ने बताया की शिक्षकों की कमी है अकेले रंका प्रखंड में अड़तालीस विद्यालयों में शिक्षकों की कमी के वजह से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है इस समस्या से निपटने के लिए जिले में उच्चाधिकारियों के साथ बैठक हुई है जल्द समस्या का समाधान निकलेगा।