Location: Garhwa
गढ़वा विधानसभा चुनाव में इस बार मुकाबला बेहद रोचक बनता जा रहा है। मतदाताओं के सामने तीन प्रमुख चेहरे हैं, जिनके बीच इस बार का चुनावी संघर्ष त्रिकोणीय होता दिख रहा है। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी और मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर का हाईटेक प्रचार तंत्र देखने को मिल रहा है। एनडीए प्रत्याशी सत्येंद्र नाथ तिवारी और सपा के गिरिनाथ सिंह के प्रयासों के बीच मिथिलेश कुमार ठाकुर का आधुनिक प्रचार साधनों का उपयोग चर्चा में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के बाद भाजपा समर्थकों में नया उत्साह देखा जा रहा है, जिससे सत्येंद्र नाथ तिवारी को लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है। उधर, सपा के गिरिनाथ सिंह इंडिया गठबंधन को चुनौती देते हुए त्रिकोणीय मुकाबले में बने रहने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। ऐसे में देखना होगा कि गिरिनाथ सिंह कितना प्रभाव बना पाते हैं और सपा का कितना जनाधार उनके पक्ष में आता है।
इस संघर्ष में बसपा के अजय मेटल भी अपने स्वजातीय और दलित वोट बैंक को साधते हुए इसे चतुष्कोणीय बनाने की ओर अग्रसर हैं। हालांकि, अभी बसपा का प्रभाव सीमित ही दिख रहा है, परंतु समय के साथ यह समीकरण बदल सकता है। एआईएमआईएम के ड एम एन खान की भी प्रभाव किसी किसी ईलीके में अल्पसंख्यक मतदआओं के बीच दीख रही है।
गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के 455 मतदान केंद्रों पर कुल 4,15,107 मतदाता, जिनमें 2,13,618 पुरुष और 2,01,489 महिलाएं शामिल हैं, अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदाता फिलहाल किसी पक्ष में खुलकर सामने आने से बच रहे हैं, जिससे चुनावी आकलन मुश्किल होता जा रहा है।
चुनाव में एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच सीधी टक्कर के साथ सपा और बसपा की उपस्थिति से इसे बहुकोणीय बना रही है। अंतिम क्षणों में यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदाताओं का रुख किसके पक्ष में रहता है और हाईटेक प्रचार का यह प्रयोग कितना सफल होता है।