Location: Garhwa
गढ़वा जिले के भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी संघर्ष का माहौल चरम पर पहुंच गया है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे जनता के बीच प्रत्याशियों के आरोप-प्रत्यारोपों का दौर गर्म हो रहा है। इस बार का मुख्य मुकाबला भाजपा के अनुभवी नेता भानु प्रताप शाही और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अनंत प्रताप देव के बीच होता दिख रहा है, जिसमें दोनों प्रतिद्वंद्वियों ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
अनंत प्रताप देव का आरोप और परिवर्तन का संदेश
इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अनंत प्रताप देव ने अपनी चुनावी मुहिम में सीधे-सीधे भानु प्रताप शाही पर निशाना साधा है। उनका आरोप है कि शाही ने पिछले 15 वर्षों में विकास के नाम पर भवनाथपुर की जनता के साथ छल किया है। देव का कहना है कि चुनावी वादों में शाही ने यहां सीमेंट फैक्ट्री खोलने का वादा किया था, जो केवल एक जुमला साबित हुआ। उनके अनुसार, इस बार जनता बदलाव चाहती है और क्षेत्र में एक नई लहर महसूस की जा रही है। देव मतदाताओं को यह भी याद दिला रहे हैं कि भानु प्रताप शाही के पास अब केवल सांप्रदायिक मुद्दों का सहारा बचा है, जबकि जनता विकास और रोजगार की मांग कर रही है।
भानु प्रताप शाही का मोदी मैजिक और विरोधियों पर तीखा प्रहार
वहीं, तीन बार के विधायक भानु प्रताप शाही को भाजपा ने हैट्रिक बनाने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतारा है। उनके पक्ष में सबसे बड़ी ताकत भवनाथपुर केतार और खरौंधी क्षेत्रों में उनका मजबूत जनाधार है, जहां पिछले चुनावों में उन्हें भारी समर्थन मिला था। शाही इस बार अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने और जनता के विश्वास को बनाए रखने की कोशिश में जुटे हैं। वे इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अनंत प्रताप देव की ताहिर अंसारी के साथ गठजोड़ को विवाद का केंद्र बना रहे हैं, और मतदाताओं को चेतावनी दे रहे हैं कि अगर गठबंधन जीतता है, तो स्थिति खराब हो सकती है।
शाही अपनी मुहिम में ‘मोदी मैजिक’ पर भरोसा कर रहे हैं और राष्ट्रीय मुद्दों को प्राथमिकता देकर मतदाताओं को आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। स्थानीय मुद्दों के बजाय, वे राष्ट्रवाद और सुरक्षा जैसे बड़े मुद्दों पर फोकस कर रहे हैं, जिससे उन्हें उम्मीद है कि मतदाताओं का ध्यान खींचा जा सकेगा।
अन्य प्रत्याशी भी जता रहे हैं अपनी उपस्थिति
चुनावी मैदान में बसपा के पंकज चौबे और साइकिल सवार उमेंद्र यादव भी सक्रिय हैं। पंकज चौबे जहां अपने अभियान में लोगों को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं उमेंद्र यादव भी अपने चुनावी वादों के साथ मतदाताओं तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि, इनका प्रभाव अभी तक सीमित ही नजर आ रहा है, और फिलहाल जनता का ध्यान मुख्यत: भाजपा और इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों पर ही है।
कड़ा मुकाबला और जनता की निगाहें
इन तमाम समीकरणों के बीच, भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र का यह चुनाव न केवल प्रत्याशियों के लिए बल्कि मतदाताओं के लिए भी अहम बन गया है। एक तरफ विकास के मुद्दे पर परिवर्तन का संदेश देने वाले अनंत प्रताप देव हैं, तो दूसरी तरफ अपने पुराने जनाधार और भाजपा की प्रतिष्ठा के सहारे मैदान में उतरने वाले भानु प्रताप शाही। जनता किसे चुनेगी, यह देखने की बात होगी, लेकिन वर्तमान संकेत यही बताते हैं कि यहां की लड़ाई बेहद कड़ी और रोचक होने जा रही है।