
Location: सगमा
सगमा, गढ़वा।
धुरकी थाना क्षेत्र के बीरबल गांव में चौदह वर्षों से चला आ रहा भूमि विवाद आखिरकार सुलझ गया। सूर्यमंदिर निर्माण समिति बनाम लंगेश्वर प्रजापति के बीच चल रहे इस विवाद के समाधान में धुरकी थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार की सराहनीय पहल ने अहम भूमिका निभाई। वर्षों से चल रहे इस विवाद के चलते गांव में तनाव की स्थिति बनी रहती थी। दोनों पक्षों की ओर से अब तक आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज कराए जा चुके थे।
स्थिति यह थी कि आए दिन किसी न किसी पक्ष द्वारा थाना में आवेदन दिया जाता था, लेकिन मामला सुलझ नहीं पा रहा था। इसी बीच थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार ने बीरबल मंदिर परिसर में दोनों पक्षों और क्षेत्र के गणमान्य लोगों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। इस बैठक में विवादित भूमि का सीमांकन कराया गया और दोनों पक्षों को स्पष्ट जानकारी दी गई।
थाना प्रभारी के साथ इस समाधान प्रक्रिया में बीरबल पंचायत के मुखिया इंद्रजीत कुशवाहा, प्रमुख अजय साह और जिला परिषद सदस्य नंदगोपाल यादव ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। बुधवार को सुबह से लेकर शाम तक थाना प्रभारी खुद पुलिस बल के साथ मंदिर परिसर में डटे रहे। उनकी सक्रियता और सूझबूझ का नतीजा यह रहा कि दोनों पक्ष विवाद समाप्त करने पर सहमत हो गए।
समाधान के बाद दोनों पक्षों ने एक स्वर में थाना प्रभारी उपेंद्र कुमार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस पहल को कभी नहीं भूल सकते। प्रभारी ने जिस समझदारी से चौदह वर्षों से चला आ रहा विवाद सुलझाया, वह सराहनीय है।
इस अवसर पर गांव में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की उपस्थिति रही। प्रमुख रूप से उपस्थित लोगों में प्रथम पक्ष की ओर से प्रसिद्ध प्रजापति, प्रेम प्रजापति, लंगेश्वरी प्रजापति, और द्वितीय पक्ष यानी मंदिर समिति की ओर से अध्यक्ष देवराज प्रजापति, बैजनाथ यादव, भोला साहू, नंदकिशोर यादव, देव कुमार, सीताराम रवानी, बालेश्वर यादव, महेश गुप्ता, विमल साह, विंदेश्वरी भुइंया, सुरेंद्र राम, नगीना साह, और दीनानाथ साह शामिल थे।
गांव में अब शांति का माहौल है और सभी लोगों ने इस पहल को एक मिसाल के रूप में सराहा है।