
Location: कांडी
कांडी (प्रतिनिधि): प्रखंड क्षेत्र में चैती छठ पर्व को लेकर श्रद्धालुओं और व्रतियों में गहरी आस्था और उत्साह देखा जा रहा है। सोमवार से ही व्रतियों द्वारा श्रद्धा के साथ पूजन सामग्री की खरीदारी की जा रही है। मंगलवार को विधिवत स्नान-ध्यान के साथ तीन दिवसीय महाव्रत का शुभारंभ हुआ।
व्रतियों द्वारा इन दिनों विशेष रूप से कद्दू-भात बनाया जाता है, जिसे प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। पवित्र भोजन करने के बाद शुद्ध मन से व्रत का संकल्प लिया जाता है। इस व्रत में चावल, दाल और कद्दू का विशेष महत्व माना जाता है। पूरी शुद्धता के साथ प्रसाद तैयार कर इसे ग्रहण किया जाता है।
छठ एक ऐसा पर्व है, जिसमें डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत की शुरुआत की जाती है और उगते सूर्य को अर्घ्य देकर इसका समापन किया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश का प्रमुख त्योहार माना जाता है। इस पर्व को लेकर लोगों में ऐसी श्रद्धा होती है कि कई प्रवासी अपने गांव लौट आते हैं।
गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड में भी छठ को लेकर भक्तों में गहरी आस्था देखी जा रही है। यहां प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सतबहिनी झरना तीर्थ पर झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित कई अन्य राज्यों से श्रद्धालु छठ महापर्व के लिए पहुंचते हैं। इस समय सतबहिनी झरना दुल्हन की तरह सजी रहती है। मान्यता है कि इस पवित्र स्थल पर सच्चे मन से मांगी गई मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इसी तरह, कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित छठ घाट कांडी पोखरा पर भी भारी संख्या में श्रद्धालु व्रत कर रहे हैं। वहीं, भीलमां गांव स्थित पंडी नदी, कोयल नदी और सोन नदी के छठ घाटों पर भी श्रद्धालुओं द्वारा पूरी आस्था और भक्ति के साथ छठ व्रत किया जा रहा है।