Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर पंजाब नेशनल बैंक के कर्मियों द्वारा बैंक के महिला ग्राहक के साथ बिना जानकारी के धोखाधड़ी कर उसके फिक्स्ड डिपॉजिट खाते से लाखो रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
मामले की खूल्लास उस समय हुआ जब बैंक के खाताधारक महिला बूका गांव निवासी छठनी देवी पति दिलीप राम ने सोमवार को पीएनबी बैंक पहुंचकर अपने फिक्स किए ही रकम की जानकारी शाखा प्रबंधक ली तो उसके फिक्स खाते से धोखाधड़ी कर 1 लाख 70 हजार रुपए की निकासी हो चुकी थी।
क्या है, मामला*
जानते चले कि भवनाथपुर के बुका गांव निवासी उर्मिला देवी पति कईल भुइंया की मौत बीते 2016 में नदी पार करने के दौरान बाढ़ में डूबने से हो गई थी। सरकार द्वारा आपदा राहत कोष से मुआवजे के रूप में मिलने वाली चार लाख रुपए की चेक को क्षेत्रीय विधायक भानु प्रताप शाही ने 2016 में मृतका के पति को दिया था। उक्त मुआवजे की राशि मृतका के नाबालिग बेटा बेटियों के नाम पर बैंको में जमा कराया गया। उस समय मृतका के नाबालिग पुत्री छठनी कुमारी के नाम 2016 — 17 में भवनाथपुर पंजाब नेशनल बैंक में 1 लाख 10 हजार रूपये फिक्स्ड डिपॉजिट किया गया था, जिसका मैच्युरिटी 2027 में पूरी होने वाली थी। बालिग होने पर छठनी कुमारी की शादी दिलीप राम के साथ कर दी गई, जो कानपुर में ही रह रही है।
मामले का कैसे हुआ खुलासा
छठनी देवी पति दिलीप राम बताई कि जब मैं कानपुर से अपने घर बुका पहुंचकर अपनी नानी से फिक्स डिपाजिट का कागजात और पासबुक की मांग की तो पता चला कि उसके मामा मंगरू भुइंया अपनी पुत्री के शादी में टाउनशिप में रहने वाले विनोद राम का डेकोरेशन किया था, पैसा नही दें पाने के एवज में मंगरू ने विनोद राम के पास अपनी भांजी छठनी देवी का फिक्स डिपाजिट का कागजात और पासबुक बंधिका के तौर पर रखा था, इस दौरान मंगरू भुइंया की मौत हो जाने के बाद विनोद राम ने षड्यंत्र के तहत बैंक कर्मियों के साथ सांठ गांठ कर छठनी देवी को मृत घोषित कर उसके पास में अपनी पत्नी मनोरमा देवी का फोटो लगाकर धोखधड़ी कर मैच्युरिटी पूरी होने से पूर्व ही मेरे बिना मौजूदगी और बिना हस्ताक्षर के ही फिक्स्ड डिपॉजिट के खाते को तोड़कर मार्च 2024 को 1 लाख 70 हजार रूपये की फर्जी तरीके से निकासी कर ली गई है। उसने बताया कि इस फर्जीवाड़े में बैंककर्मी भी संलिप्त है, जिसे मैं उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई कराऊंगी।
इस संबंध में पूछने पर शाखा प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया कि फिक्स्ड डिपाजिट के कागजात और पासबुक का सत्यापन कर ही पैसा की निकासी की गई है, महिला ग्राहक के अनुसार अगर उसकी अनुपस्थिति में और बिना हस्ताक्षर के फिक्स्ड डिपॉजिट तोड़कर अवैध तरीके से पैसा की निकासी गई है, तो मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किया जायेगा।